अनलॉक हुए हैं, लापरवाह न हो जाएं
लम्बे इंतज़ार के बाद lockdown खुल रहा है।  घर के बहार क़दम रखते हुए कोई आशंकित है, तो कोई उत्साहित। पर ठहरिये, कहीं बाहर आने की छटपटाहट में ख़ुद को मुश्किल में मत डाल लीजिएगा। 
अनलॉक होने का मतलब यह नहीं कि कोरोना का ख़तरा टल गया हैं।  अब भी फूँक -फूँक कर क़दम रखने की जरूरत है।  ग़ौर कीजिए ज़रा... 
 lockdown खुलने के बाद जीवन फिर से पटरी पर लौट रहा है।  चारदीवारी में रहने की बंदिशों से आज़ादी मिली है।  कुछ नियम अब भी हैं, लेकिन पहले जितने नहीं हैं।  फ़िलहाल तय समय में मास्क लगाकर घर से बाहर जाने की अनुमति मिली है।  पर बहार जाने की हड़बड़ाहट में ये मत भूलिएगा की जानलेवा कोरोनावायरस का ख़तरा अभी टला नहीं हैं, कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है।  लिहाज़ा सावधानी उतनी ही बरतनी होगी, जितनी पहले से बरत रहे हैं।  मास्क लगाने और हाथों को धोते रहने के अलावा कुछ गलतियों से भी हमें बचना है।  चूँकि हमारी सुरक्षा अब हमारी भी ज़िम्मेदारी है।  घर में थे, तो कोरोना से सुरक्षित थे, लेकिन अब कदम-कदम पर संक्रमण का ख़तरा  मिलेगा, इसीलिए अपने रक्षक स्वं बनिए और अपने सुरक्षा के नियम भी खुद बनाइए।
तैयारी के साथ निकलें 
घर के बाहर निकलने से पहले सुरक्षा के कुछ इंतज़ाम अपने साथ रखिए। अपने बैग में तीन-चार मास्क, सैनिटाइज़र की बोतल, साबुन या liquid सोप, स्कार्फ़ या सिर ढकने के लिए कैप आदि रखिए, ख़ासतौर पर तब जब आप किसी दुकान पर ख़रीदारी करने जा रहे हो तब।  कई बार अनजाने में मास्क पर हाथ लग जाता है या वो खिसक जाता है, तो ऐसे में आपके पास अतिरिक्त मास्क होगा।  इसी तरह दुकानों पर रखें साबुन या सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करने के बजाय अपने साथ रखें इन सामानों के उपयोग को प्राथमिकता दें। और हां, एक सेट दस्ताने भी रखिएगा, क्यूंकि कुछ स्थानो पर दस्ताने पहनना अनिवार्य भी हो सकता हैं।  

घर ही सुरक्षा कवच है 
माना कि कुछ नियमो का पालन करते हुए बा र निकलनें  की अनुमति हैं, पर इसका मतलब ये नहीं की बेवजह गाड़ी उठाई और निकल पड़े घूमने।  ख़तरा अभी भी टला नहीं हैं. इसीलिए ज़्यादा से ज़्यादा घर पर ही रहे और बेवजह बाहर निकलने से बचे।  अगर जरूरत का सामान घर पर आने की सुविधा है, तो इसका उपयोग करें।  आज के समय में घर से सुरक्षित जगह कोई नहीं हैं। 

एकत्र होने से बचें 
ऑटो-रिक्शा, मेट्रो, ट्रैन व अन्य यातायात के साधन फिर से दौर पड़े हैं, इनमे सफर के दौरान सामाजिक दूरी का ध्यान स्वं आपको ही रखना है।  यहाँ तक की ख़ुद के चार पहिया वहां से सफर कर रहे हैं, तो दो लोगों से अधिक लोग ना हों। अगर बाज़ार या मंडी आदि में यदि दो या दो से अधिक लोग एक जगह हो तो वह भी अपनी सामाजिक दूरी का ख्याल आपको ख़ुद ऱखना है। यदि हर नागरिक अपनी सुरक्षा का ख्याल ख़ुद रखने लगे तो इस कोरोना संक्रमण से लड़ना आसान हो सकता हैं। 

खान-पान में सतर्कता 
अभी बाज़ार में रेस्त्रां व खाने की दुकाने भी खुलने लगी है, ऐसे में कहीं भी बाहर खाने से बचे, और अगर खाने से ख़ुद को रोक नहीं पा रहे है, या दफ़्तर में है और भूख लगी है, तो इस स्थिति में साफ़-सफ़ाई का ख़्याल करें।  किसी भी रेस्त्रां, दुकान  या स्टॉल पर जाने से पहले सुनिश्चित करें कि वहां साफ-सफ़ाई का पूरा ध्यान रखा जा रहा हो। यह भी सुनिश्चित के की भोजन परोसने वाला व्यक्ति मास्क और दस्ताने पहने, और नियमित रूप से अपने हाथ सैनिटाइज़ करें। और यह भी सुनिश्चित करे की वहां ज़्यादा लोग न हो, अगर उस जग़ह पर ज़्यादा लोग मौजूद है, तो वहां ना जाना ही बेहतर होगा। 

ना जाएं, ना आने दें 
* दोस्तों, परिचितों या पड़ोसियों से दूर रहकर बातचीत करने का नियम बनाए रखिए। 
* lockdown खुले के साथ ये मत सोचिएगा कि घर में आने-जानें के लिए दरवाज़े भी खुल गए हैं। 
   चाहे कोई कितना भी क़रीबी हो, फ़िलहाल आपको न उनके घर जाना है और ना किसी को घर             आमंत्रित करना है। 
* यहाँ तक कि घर का काम आप ही को संभालना हैं, ये जान लीजिए। 
* काम का बोझ कम करने के लिए घरेलु कर्मचारियों को न बुलाएं, तो बेहतर।  इससे वे भी सुरक्षित         रहेंगे और आप भी। 
* चूँकि संक्रमण से बुज़ुर्गो को ज्यादा ख़तरा है, इसीलिए उनसे भी शारीरिक दूरी बनाए रखना है।